बरस सतावन के लाला जी मस्त छोकरी चोद
13, 14, 15, 16 की, ले – ले भर – भर गोद
मोटा उनका पेट, और पुट्ठे, छाती मजबूत
अंडकोश लग लंड कड़ाकड़, लेवे कमसिन चूत
मुन्नी – मुन्नी स्कूलगर्ल्स की लख छातियाँ सु – सुडौल
कामुक मन में छुटे पटाखे, मन जाता है डोल
लल्लो लोली ललित लोलिता तन – मन लंडन भाए
आँखों – आँखों फ्रॉक टटोले, स्कर्ट देख ललचाये
नृत्य देख अश्लील मज़ा ले लाला जी भर – खुश
कभी अंतरा कभी संतरा अर्धनग्न दिलकश
गौरी नागौरी की चूतड़ देख – देख मस्ताते
अन्य बहुत – सी कमसिन कन्या – नाच देख गरमाते
रस – रस रास जीभ लप – लप कर चसकी ले – ले देखे
गरम – गरम सलवार का नाड़ा हर लड़की का लेखे
लख – लख तक – तक ताके देखे छोरी चटक पटाखा
लहंगा – चोली, तंग स्कर्ट में करने सेक्स धड़ाका
चतुर छबीली नखरेवाली नथ गर्विता – गरूर
उमरदार हो ऐसी रमणी, पूछे लिए सरूर
लाला बोले, “है क्या तेरे छोटी बिटिया रानी?
अच्छा पैसा देंगे तुझको, ले मदमस्त जवानी
ले मदमस्त जवानी उसकी प्यारी व मासूम
बहुत मज़ा आएगा हमको, तुझको क्या मालूम”
दिया जवाब एक रमणी ने थी वह वर्ष सताइस
7 साल की उसकी बिटिया, कच्ची पैदाइस’
नज़रें दौड़े लाला जी की 9, 10 साल सुहावन
11, 12 की भी मिल ले माल हो मधुर लुभावन
मन ही मन में सोचे लाला कोई पकड़ ना आए
फिर भी उनको अल्पवयस छोरी का मांस सुहाए
tender हो, pre – teen कन्या हो : सेक्स चैट सुख भाती
आग लगा देती तन – तन में नंगी हो गरमाती
तेरह की तितली हो चाहे चौदह की गोरैया
पंद्रह की फुलझड़ी देख मन लेवे मधुर बलैयां
एक रात जब लाला जी ने देखी पॉर्न फिलम
stickyasianडॉट कॉम पर तन हो गया गरम
पूछताछ की उस छोरी की इच्छा फिल्म बनाने
मिल ही गई किसिविध उनको लग – लग लंड लगाने
18 की थी, पर दिखती थी छोटी व नमकीन
लेकिन उसकी आड़ गाड़कर, लाला थे शौकीन
उसका नाम था कम्मो, उसकी छोटी बहन जहीन
उसको ले कर फिल्म बनाई कर – कर लज्जाहीन
कर – कर लज्जाहीन दिखाया उसको लंडन लौड़ा
पहले मुंह में, फिर फुद्दी में अपना लंड घुसोड़ा
मुन्नी – मुन्नी मांस था उसका, गांड चकाचक ताज़ा
लालाजी ने उसकी मारी गांड बजा कर बाजा
छोटी छोरी झांट गरम थी मस्त बेशरम फुद्दी
लाला जी भक चढ़ गए उस पर, करने उसकी चुद्दी
उसकी बहन सहायता करती, जब लालाजी चोदे
मुंह – मुंह मार मज़ा ले लाला उसके मांस को रौंदे
उसकी बहन का नाम था मृदुला, बिटिया निन्नी रानी
छोटी छोरी निन्नी रानी कच्ची कच – कच जवानी
निन्नी – निन्नी करके उसको अंडकोश चटवाया
मुंह में लौड़ा जब दौड़ाया डबल मज़ा तब आया
फुद्दी उसकी सुर्ख गुलाबी ज्यों चीकू की फांक
काट कटाकट फुद्दी चख ली भीतर उसके झांक
13, 14, 15, 16 चुदी छोरियाँ भरपूर
बरस 57 के लालाजी छोरी चोदे जरूर